टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की तरफ से पैक की गई चिप का इस्तेमाल कई प्रोडक्ट्स में किया जा सकता है
भारत अपनी डिजाइन क्षमता पर आगे बढ़ेगा.
वेदांता, फॉक्सकॉन, माइक्रोन, एएमडी जैसी कंपनियों के अलावा जापान भी करेगा भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग में निवेश.
ऑटो कंपनियों के लिए चिप शॉर्टेज (Chip Shortage) तो इस क्राइसिस का महज एक पहलू है. इसका दूसरा पहलू रूरल डिस्ट्रेस है.